विश्वास की शक्ति को किस तरह विकसित करें

 


विश्वास की शक्ति को किस तरह विकसित करें 

 विश्वास की शक्ति को प्राप्त करने और विश्वास को दृढ़ बनाने के लिए तीन उपाय किए जा सकते हैं . 1. सफलता की बात सोचें , असफलता की बात न सोचें । नौकरी में , घर में , असफलता की जगह सफलता के बारे में सोचें । जब आप सामने कोई कठिन परिस्थिति आए , तो सोचें “ मैं जीत जाऊँगा , " यह न सोचें “ शायद मैं हार जाऊँगा । " जब आप किसी से प्रतियोगिता करें , तो सोचें , “ मैं सर्वश्रेष्ठ हूँ " , यह न सोचें “ मैं उसके जितना योग्य नहीं हूँ । " जब अवसर नज़र आए , तो सोचें “ मैं यह कर सकता हूँ , ” यह न सोचे " मैं इसे नहीं कर सकता । " अपनी चिंतन प्रक्रिया पर इस विचार को हावी हो जाने दें , “ मैं सफल होकर दिखाऊँगा । " सफलता के बारे में सोचने आपका दिमाग ऐसी योजना बना लेता है जिससे आपको सफलता मिलती है । असफलता के बारे में सोचने से इसका ठीक उल्टा होता है । असफलता के बारे में चिंतन करने से आपका दिमाग ऐसे विचार सोचता है , जिन से आपको असफलता हाथ लगती है । 2. अपने आपको बार - बार याद दिलाएँ कि आप जितना समझते हैं , आप उससे कहीं बेहतर हैं । सफल लोग सुपरमैन नहीं होते । सफलता के लिए सुपर - इन्टेलेक्ट का होना ज़रूरी नहीं है । न ही सफलता के लिए किसी जादुई शक्ति या रहस्यमयी तत्व की आवश्यकता होती है । और सफलता का भाग्य से भी कोई संबंध नहीं होता । सफल लोग साधारण लोग ही होते हैं . पर ऐसे लोग होते हैं जिन्हें अपने आप पर विश्वास है ,अपनी क्षमताओं पर विश्वास है और जो मानते हैं कि वे सफल हो सकते लक्ष्य छोटे होंगे , तो आपकी उपलब्धियाँ भी छोटी होगी । अगर आपके लक्ष्य बड़े होंगे , तो आपकी सफलता भी बड़ी होगी । एक बात कभी न कभी भी , हाँ , कभी भी , खुद को सस्ते में न बेचें । 3. बड़ी सोच में विश्वास करें । आपकी सफलता का आकार कितना बड़ा होगा , यह आपके विश्वास के आकार से तय होगा । अगर आपके भूलें ! बड़े विचार और बड़ी योजनाएँ अक्सर छोटे विचारों और छोटी योजनाओं से आसान होते हैं । जनरल इलेक्ट्रिक कंपनी के चेयरमैन राल्फ जे . कॉर्डिनर ने लीडरशिप कॉन्फ्रेंस में कहा था , जो भी लीडर बनना चाहता है , उसे स्वयं के और स्वयं की कंपनी के विकास की योजना बना लेनी चाहिए और इसका दृढ़ निश्चय कर लेना चाहिए । कोई भी किसी दूसरे व्यक्ति के विकास का आदेश नहीं दे सकता कोई व्यक्ति दौड़ में आगे रहेगा या पीछे रह जाएगा यह इस बात पर निर्भर करता है कि उसकी तैयारी कैसी है । यह में ऐसी चीज़ है जिस में समय लगता है , मेहनत लगती है और इस त्याग की आवश्यकता होती है । आपके लिए यह कोई दूसरा नहीं कर सकता । " मिस्टर कॉर्डिनर की सलाह में दम है और यह व्यावहारिक है । इस पर चलें । जो लोग बिज़नेस मैनेजमेंट , सेल्स लाइन , इंजीनियरिंग , धार्मिक संस्थाओं , लेखन , अभिनय और दूसरे क्षेत्रों में चोटी पर पहुँचते हैं वे निष्ठा और लगन के साथ आत्म - विकास की योजना पर चलकर ही वहाँ पहुँच पाए 4 किसी भी प्रशिक्षण कार्यक्रम में - और यही इस पुस्तक का लक्ष्य भी है - तीन बातें होनी चाहिए । इसमें सामग्री होनी चाहिए - यानी क्या किया जाए । दूसरी बात यह कि इसमें तरीक़ा होना चाहिए - यानी कैसे किया जाए । और तीसरी बात यह कि इसे एसिड टेस्ट में खरा उतरना चाहिए - यानी कि इससे परिणाम मिलना चाहिए ।अलग करती है ? सफल लोग किस तरह सोचते हैं ? बनाएगा । यह हर अध्याय में मिलेगा । इससे काम को दिशा मिलती है । इस पर अमल करें और इसके परिणामों को स्वयं महसूस करें । और इस पुस्तक में इस प्रशिक्षण के सबसे महत्वपूर्ण भाग यानी कि परिणामों पर भी ध्यान दिया गया है । यहाँ पर जो कार्यक्रम दिया जा रहा है , अगर आप उसे अमल में लाते हैं तो आपको ऐसी सफलता मिलेगी और इतने बड़े पैमाने पर मिलेगी जिसकी आपने सपने में भी कल्पना नहीं की होगी । सफलता के आपके व्यक्तिगत प्रशिक्षण कार्यक्रम में आपको कई लाभ होंगे- आपका परिवार आपका ज़्यादा सम्मान करने लगेगा , आपर्क मित्र और आपके सहयोगी आपकी प्रशंसा करने लगेंगे , आप अधिक उपयोगी होंगे , आपके पास प्रतिष्ठा होगी , लोकप्रियता होगी , ज़्यादा तनख्वाह होगी और आप बेहतर जीवनशैली का आनंद ले पाएँगे । अपने को सिखाने का जिम्मा आप ही का है । कोई दूसरा व्यक्ति आपके सिर पर खड़ा रहकर आपको यह नहीं बताएगा कि आपको क्या करना है और कैसे करना है । यह पुस्तक आपको रास्ता दिखाएगी , परंतु आप और केवल आप ही स्वयं को समझ सकते हैं । केवल आप ही स्वयं को यह आदेश दे सकते हैं कि आप इस पुस्तक में दिए गए सिद्धांतों पर चलेंगे । केवल आप ही अपनी प्रगति का मूल्यांकन कर सकते हैं । जब आप अपने रास्ते से थोड़ा सा भटक जाएँ , तो केवल आप ही अपनी ग़लती सुधारकर सही रास्ते पर आ सकते हैं । सौ बात की एक बात , आपको ही स्वयं को इस योग्य बनाना है कि आप बड़ी से बड़ी सफलता प्राप्त कर सकें । आपके पास पहले से ही एक ऐसी प्रयोगशाला है जिसमें आप करते हैं और अध्ययन करते हैं । आपकी प्रयोगशाला आपके आस - पुर ही है । आपकी प्रयोगशाला में इंसान रहते हैं । इस प्रयोगशाला में माना । संबंधित है । वे किस तरह स्वयं हैं ? वे किस तरह बाधाओं का सामना करते हैं और उन्हें पार करते हैं ? वे किस तरह दूसरी का सम्मान प्राप्त करते हैं ? कौन सी चीज़ है जो उन्हें साधारण सांगा आत्म - विकास कैसे किया जाए , बाला हिस्सा आपकी कार्ययोजना कार्यों के हर तरह के उदाहरण हैं । अगर आप अपनी इस प्रयोगशालाअपनी प्रयोगशाला के डायरेक्टर के रूप में , आपको वही करना होगा जो हर वैज्ञानिक करता है- आपको अवलोकन और प्रयोग करना होगा । क्या आपको इस बात से हैरानी नहीं होती कि हमारे चारों तरफ जिंदगी भर इतने सारे लोग रहते हैं , फिर भी ज़्यादातर लोग यह नहीं जान पाते कि इंसान के व्यवहार के पीछे क्या कारण होते हैं ? ज़्यादातर लोग यह जानते ही नहीं कि अवलोकन कैसे किया जाता है । इस पुस्तक का एक महत्वपूर्ण लक्ष्य आपको यह सिखाना भी है कि आप अवलोकन कैसे करें इंसान के कामों के पीछे छुपे कारणों को किस तरह समझें । आप स्वयं से यह सवाल पूछ सकते हैं , ऐसा क्यों है कि जॉन इतना सफल है , जबकि टॉम सिर्फ दिन काट रहा है ? ” “ कुछ लोगों के इतने सारे दोस्त क्यों होते हैं , जबकि कई लोगों के बहुत कम दोस्त क्यों होते ? ” “ लोग एक व्यक्ति की कही बातों पर विश्वास क्यों कर लेते हैं , जबकि वे किसी दूसरे व्यक्ति की कही हुई उसी बात पर विश्वास क्यों नहीं करते ? " एक बार आप प्रशिक्षित हो जाएं , तो आपको केवल अवलोकन करने की आसान प्रक्रिया से ही बहुमूल्य सबक सीखने को मिलेंगे । यहाँ दो विशेष सुझाव दिए गए हैं , जिनके माध्यम से आप अवलोकन की कला सीख सकते हैं । आप अपने आस - पास के दो सबसे सफल और सबसे असफल लोगों को अध्ययन के लिए चुनें । फिर , जैसे - जैसे आप यह पुस्तक पढ़ते जाएँ , यह देखें कि आपका सफल मित्र किस तरह सफलता के इन सिद्धांतों पर चलता है । यह भी देखें कि इस व्यक्ति के साथ किसी भी तरह के संपर्क में आपको सफल स्वयं को वैज्ञानिक समझ लें तो आप बहुत कुछ सीख सकते हैं । और इससे भी बड़ी बात यह कि यहाँ आपको कुछ खरीदना नहीं पड़ता । इसका कोई किराया नहीं देना पड़ता । यहाँ किसी तरह की फीस नहीं लगती । आप इस प्रयोगशाला का उपयोग मुफ्त में कर सकते हैं । तरह के दोनों लोगों के अध्ययन से आप स्वयं इस पुस्तक में देश ग सिद्धांतों की सच्चाई को परख सकेंगे ।


How to develop the power of faith


  Three measures can be taken to achieve the power of faith and to strengthen the faith.  1. Think of success, do not think of failure.  In a job, at home, think of success rather than failure.  When you face a difficult situation, think "I will win," Do not think "I will probably lose." When you compete with someone, think, "I am the best", do not think "I deserve it  I'm not. "When the opportunity appears, think" I can do it, "don't think" I can't do it. "Let your thought process take precedence over the thought," I'll succeed.  "Thinking about success makes your mind plan which leads you to success. Thinking about failure does the opposite. Thinking about failure makes your brain think of the thoughts that fail you  2. Remind yourself again and again that you are better than you think. Successful people are not supermen. It is not necessary to have super-intel for success. Nor is there any magic power for success.  Or mystical element is needed. And success has no relation to luck either. Successful people are just ordinary people. But there are people who believe in themselves, believe in their abilities and who believe that they  Goals that can be successful will be small, so your achievements will be small. If your goals are big, then your success will also be big. One thing is never, yes, never, sell yourself cheaply. 3. Big Thinking  Believe in. The size of your success will be determined by the size of your confidence. If you forget! Big Ideas and Big Plans  Su are easy with small ideas and small plans.  General Electric Company Chairman Ralph J.  Cordiner said at the Leadership Conference, whoever wants to be a leader must plan for and develop their own and their own company.  No one can order the development of another person, someone will stay ahead or lag behind in the race, it depends on how prepared he is.  It is something which takes time, effort and requires this sacrifice.  No one else can do this for you.  "Mr. Cordiner's advice has power and is practical. Follow it. Those who reach the top in business management, sales lines, engineering, religious institutions, writing, acting and other fields are self-development with integrity and dedication.  To be able to reach there only by following the plan of 4, in any training program - and this is the goal of this book - there should be three things. It should have material - that is, what to do. Secondly, there must be a way - that is, how  Be done. And the third thing is that it should pass the acid test - that is, it should yield results. Separates? How successful people think? Will make it. It will be found in every chapter. It gives direction to work.  Implement and realize its results yourself. And this book also focuses on the most important part of this training, ie the results. If you implement the program that is being given here,  You will get success and on such a large scale that you would not have even imagined in your dreams.  In a personal training program you will have many benefits - your family will start respecting you more, your friends and your colleagues will start praising you, you will be more useful, you will have prestige, popularity, more salary and you enjoy a better lifestyle.  Will find  It is your responsibility to teach yourself.  No other person will stand on your head and tell you what to do and how to do it.  This book will show you the way, but you and only you can understand yourself.  Only you can order yourself that you will follow the principles given in this book.  Only you can evaluate your progress.  When you deviate a bit from your path, only you can correct your mistake and come to the right path.  One thing for a hundred things, you have to make yourself worthy so that you can achieve the greatest success.  You already have a laboratory in which you do and study.  Your laboratory is all around you.  Humans live in your laboratory.  Believed in this laboratory.  Is related.  How are they themselves?  How do they face obstacles and overcome them?  How do they get respect for others?  Which is what makes them simple Sanga self-development, Bala Bhak are your examples of every kind of work plan.  If you, as the director of your laboratory, you have to do what every scientist does - you have to observe and experiment.  Don't you be surprised that so many people live all around us, yet most people do not know what are the reasons behind human behavior?  Most people do not know how to observe.  An important goal of this book is also to teach you how to observe and understand the hidden reasons behind human actions.  You can ask yourself this question, why is it that John is so successful, while Tom is just cutting the day?  "" Why do some people have so many friends, while many people have very few friends?  "" Why do people believe what one person says, while they don't believe what another person said?  "Once you are trained, you will get to learn valuable lessons only through the easy process of observation. Here are two special tips, through which you can learn the art of observation.  Choose the most successful and the most unsuccessful people to study. Then, as you read this book, see how your successful friend follows these principles of success. Also see if this person somehow  If you consider yourself successful in contact with the scientist, then you can learn a lot. And even more, here you do not have to buy anything. It does not have to pay any rent. There is no fee here.  You can use it for free. By studying both types of people, you will be able to test the truth of country c principles in this book yourself.




Comments

Post a Comment

Popular posts from this blog

व्यक्तीच्या जीवनातील ' आत्मविश्वासा' चे स्थान

Babasaheb Ambedkar

Confidence